21/09/2024

नोएडा में बनेगी देश की सबसे ख़ूबसूरत फ़िल्म सिटी

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ़िल्म सिटी के लिए यमुना अथॉरिटी के प्लान पर मुहर लगा दी है। यानी उत्तर प्रदेश की फ़िल्म सिटी गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में ही बनेगी। यमुना अथॉरिटी के प्रेजेंटेशन की सराहना करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्म सिटी बनाने के लिए यह सर्वश्रेष्ठ जगह है।

नोएडा सेक्टर-21 में बनेगी फ़िल्म सिटी

यमुना अथॉरिटी ने एक्सप्रेस-वे के किनारे स्थित सेक्टर-21 में 1,000 हेक्टेयर जमीन फिल्म सिटी के लिए प्रस्तावित की है। इसमें नाइट सफारी की करीब 550 हेक्टेयर जमीन भी शामिल कर ली गई है। फिल्म सिटी के लिए लोकेशन के लिहाज से यह सर्वाधिक मुफीद स्थान है। यहां से मथुरा, आगरा, जयपुर, राजधानी दिल्ली, गुरुग्राम, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे स्थानों पर फिल्म शूटिंग के लिए आसानी से पहुंचा जा सकता है।

जेवर एयरपोर्ट फ़िल्म सिटी को देश-दुनिया से जोड़ेगा

जेवर में बन रहा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी फिल्म सिटी के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि होगी क्योंकि फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को लगातार यात्राएं करनी पड़ती हैं। अगर फिल्म सिटी के पास ही अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मिल जाए तो काफी समय बचेगा। देश के साथ ही विदेश में भी महत्वपूर्ण स्थानों के लिए एयर कनेक्टिविटी ​मिल जाएगी। यमुना प्राधिकरण ने बताया है कि फिल्म सिटी के लिए औद्योगिक दर पर जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।

यमुना अथॉरिटी ने अपने सीएम योगी के सामने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और जेवर स्थित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जोड़ने वाली रैपिड मेट्रो भी इस सेक्टर के पास से होकर गुजरेगी। लिहाजा, फिल्म सिटी जैसी परियोजना के लिए सेक्टर-21 हर लिहाज से बेहतर है।

आगामी 50 साल की आवश्यकताओं का रखा जायेगा ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। फ़िल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है। यह समाज का दर्पण है। ऐसे में फ़िल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फ़िल्म सिटी और इन्फोटेनमेंट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है। जिसके विकास में आगामी 50 साल की जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में हमारे प्रयास अधिक उपयोगी, लाभदायक और व्यापक बन सकें, इसके लिए हम पूरे फ़िल्म जगत से सुझाव आमंत्रित कर रहे हैं। संवाद के माध्यम से एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझने और उनकी पूर्ति करने का अवसर प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म जगत के लोगों के सुझाव और अनुभवों का लाभ लेते हुए हम वैश्विक फिल्म जगत को एक नया विकल्प देने को तत्पर है।

क्या-क्या सुविधाएं होंगी फ़िल्म सिटी में

उत्तर प्रदेश में बनने जा रही दुनिया की आधुनितम फ़िल्म सिटी में वह सारी सुविधाएं होंगी, जो बड़े स्केल वाली फिल्मों के निर्माण के लिए जरूरी होती हैं। फ़िल्म सिटी यूपी की दुनिया भर में पहचान बनाएगा और राज्य को पर्यटन के लिहाज से उसकी खास ब्रांडिंग करेगा। मुख्यमंत्री के सामने फिल्म सिटी पर एक प्रस्तुतिकरण पेश किया गया। तय योजनाएं मूर्त रूप लेंगी। राज्यवार गांव के  सेट भी तैयार होंगे। इसमें स्टेट आफ आर्ट स्टूडियो, प्री प्रोडक्शन व पोस्ट प्रोडेक्शन सुविधाएं होंगी। स्पेशल इफेक्टस स्टूडियो बनेंगे। इसमें फिल्म विश्वविद्यालय होगा। यहीं पर एक हेलीपैड बनाया जाएगा। इसमें छोटे बड़े हेलीकाप्टर लैंड कर सकेंगे। फ़िल्म, टेलीविजन कार्यक्रम, रेडियो कार्यक्रम, विज्ञापन, ऑडियो रिकार्डिंग, फोटोग्राफी व डिजिटल आर्ट की सुविधा होगी। मेकअप रूम, स्टोर रूम भी होंगे। मंदिर, चर्च, गुरुद्वारा, बस स्टॉप, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, झरने, बाग, पुलिस स्टेशन, जेल, अदालत, चाल, अस्पताल, पेट्रोल  पंप, दुकाने, शहर गांव आदि बनेंगे।

बालीवुड संग्रहालय

इसमें विश्वस्तरीय बालीवुड संग्रहालय होगा। भारतीय सिनेमा को विस्तृत आयाम को शोकेस किया जाएगा। दुलर्भ व विशिष्ट फिल्मों का संग्रह, प्रदर्शन होगा। साथ ही फिल्म निर्माण  प्रक्रिया व प्रसिद्ध स्टूडियों को प्रदर्शित किया जाएगा।

फ़िल्म विश्वविद्यालय 

फ़िल्म निर्देशन, स्किप्ट राइटिंग, सिनमेटोग्राफी, एनिमेशन, साउंड रिकार्डिंग,  एडटिंग व प्रोडेक्श्न डिजाइन के पाठ्यक्रम संचालित होंगे।

फन एवेन्यू 
रिटेल, फूड कोर्ट, एम्पीथियेटर, दर्शक गैलरी, रेस्ट रूम, मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था होगी।

होटल व कंन्वेशन सेंटर

इसमें फाइव स्टार, थ्री स्टार व बजट होटल होंगे। कन्वेशन हाल व डारमेट्री भी बनेगी। क्लब हाउस बनेंगे।

पांच प्रमुख जोन होंगे

  1. प्रवेश द्वार व कार्यालय
  2. शूटिंग एरिया व आवासीय
  3. थीम पार्क व आउटडोर लोकेशन्स
  4. फिल्म विश्वविद्यालय व स्टूडियो रूम
  5. एयरपोर्ट

फ़िल्म जगत की हस्तियों ने किया यूपी फ़िल्म सिटी का स्वागत

अनुपम खेर, अभिनेता:- आज का मौका उत्सव का है। यूपी की फ़िल्म सिटी यूपी में तो होगी, लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी। यह ताजमहल की तरह ही दुनिया भर को आकर्षित करने वाली हो। इसकी स्थापना की पहली बैठक में आमंत्रित कर योगी जी ने हमें इतिहास में दर्ज कर दिया। योगी जी के इस सपने को साकार करने में अगर मैं भी भागीदार हो सका तो यह मेरा सौभाग्य होगा।

परेश रावल, अध्यक्ष नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा:- बहुत स्वागतयोग्य कदम है। फ़िल्म पटकथा लेखन को लेकर योगी जी कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी। यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा।

ओम राउत, फ़िल्म निर्माता:- बहुत शानदार विजन है। हम इस फ़िल्म सिटी में आर्टिस्ट, टेक्नीशियन आदि की ट्रेनिंग की व्यवस्था भी कर सकें, तो बेहतर होगा। यूपी में अब भी फिल्मों का प्रसार बहुत कम है। थियेटर कम हैं, यहां विकास की बहुत संभावना है। यूपी की यह फ़िल्म सिटी नई प्रतिभाओं को मंच देने वाली होगी। योगी जी को हृदय से धन्यवाद।

मनोज जोशी, अभिनेता:- अद्भुत और अनुपम प्रयास है। पंजाबी, बंगाली, हिंदी, सहित 12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार होगी यह फ़िल्म सिटी। इसे इको-फ्रेंडली बनाने की कोशिश हो। आज ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी पट्टी की कहानियां छाई हुई हैं। आज 70 फीसदी टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश के हैं। रंग कर्म में यूपी अत्यंत समृद्ध है। इन सभी को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में यह नवीन फ़िल्म सिटी अत्यंत उपयोगी हो सकती है। यह प्रदेश के औद्योगिक, पर्यटन विकास को नई दिशा प्रदान करने वाली होगी।

अशोक पंडित, अध्यक्ष फ़िल्म निर्देशक संघ:- फ़िल्म सिटी के निर्माण में फ़िल्म जगत के लोगों को शामिल करने की सोच योगी जी की सकारात्मकता का प्रतीक है। प्रोड्यूसर, टेक्नीशियन, एक्टर, हमारी इंडस्ट्री के इन्फ्रास्ट्रक्चर हैं। इनका इनवॉल्वमेन्ट होना, इस बड़े प्रोजेक्ट के सफल होने की गारंटी है। योगी जी के विजन ‘बियांड द ग्लोब’ रहा है। निश्चित ही यह फिल्मसिटी भी इसी विचार का प्रतिबिंब होगी। हमारी पूरी इंडस्ट्री कंधे से कंधा मिलाकर आपके सपने को पूरा करने के लिए तैयार हैं।

सतीश कौशिक, अभिनेता-निर्माता-निर्देशक:- यूपी शूटिंग फ्रेंडली जगह रही है। मैंने यहाँ बहुत काम किया है। आज का दिन पूरी दुनिया के कला क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है। योगी जी फ़िल्म जगत को एक नवीन विकल्प दे रहे हैं। आज जो प्रेजेंटेशन दिखाया गया, वह हमें एक बेहतर भविष्य की छवि दिखा गया। आपने हम कलाकारों को एक नया आधार दिया है। यूपी की संस्कृति ने भारतीय फिल्मों को शुरू से ही प्रभावित किया है, अब यहां की फ़िल्म सिटी पूरी दुनिया को प्रभावित करेगी। मेरी बहुत शुभकामनाएं, योगी जी को बहुत धन्यवाद।

उदित नारायण, पार्श्व गायक:- योगी जी द्वारा फ़िल्म सिटी की घोषणा से हम सभी का उत्साहित होना लाजिमी है। मैं 40 साल फ़िल्म जगत का हिस्सा रहा हूँ। योगी जी के इस बड़े सपने को साकार करने में अगर मैं भी कुछ योगदान कर सका तो जीवन को धन्य समझूंगा।

राजू श्रीवास्तव, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश फ़िल्म बन्धु:- मुझे हर्ष है कि योगी जी ने फ़िल्म जगत को नया विकल्प देने की दिशा में कोशिश की है। यह छोटे-छोटे शहरों की अद्भुत प्रतिभाओं के हौसलों, सपनों को पंख देने वाला होगा। मैं हर समय, पूरी क्षमता के साथ सेवा के लिए प्रस्तुत रहूंगा। योगी जी को आभार, अभिनन्दन।

अनूप जलोटा, गायक:- बहुत अभिनन्दनीय प्रयास है। इसके लिए पूरी दुनिया के फ़िल्म सिटीज का अध्ययन किया जाना चाहिए। उनकी खूबियों, कमियों को समझना चाहिए। आवश्यकताओं के लिहाज से सुविधाएं दी जाएं। यह दुनिया के लिए महत्वपूर्ण प्रयास है। मेरी शुभकामनाएं।

कैलाश खेर, गायक:- उत्तर प्रदेश देवताओं की पुण्य भूमि है। दुनिया को राह दिखाने वाली है। योगी जी की यह दुनिया भारतीय संस्कृति को पोषित करने वाली हो। कला साधकों को सम्मान मिले। ऐसा जरूर होगा, यह मेरा विश्वास है।

मनोज मुन्तशिर, गीतकार:- योगी जी ने करोड़ों प्रतिभाओं को पंख दे दिए। 75 साल से हिंदी पट्टी इसका इंतजार कर रही थी। यूपी की भाषा तो दुनिया में फैल गई, लेकिन यूपी की कहानियां नहीं सुनाई गईं। योगी जी से अनुरोध है कि एक फ़िल्म इंस्टिट्यूट और म्यूजिक इंस्टिट्यूट की स्थापना की दिशा में भी विचार करें। आल्हा ऊदल, महामना मालवीय जैसे महामानवों से नई पीढ़ी को परिचित कराने की कोशिश हो। मुझे आज यूपी वाला होने पर बहुत गर्व है।

विवेक अग्निहोत्री, फ़िल्म निर्देशक:- योगी जी की अभिनव सोच और तत्परतापूर्ण क्रियान्वयन को प्रणाम। बहुत ज़रूरी और बहुप्रतीक्षित प्रयास है। हिंदी फिल्मोद्योग को एक नवीन आधार मिलेगा। ईश्वर आपके साथ हैं सर।

नितिन देसाई, कला निर्देशक:- योगी जी के विजन को सैल्यूट। फ़िल्म केवल नृत्य-संगीत ही नहीं है। लाखों को रोजगार, अरबों का व्यापार, हुनर और हौसलों को सलाम भी है। जो प्रस्ताव यूपी का है वह इंटरनेशनल फ़िल्म जगत को आकर्षित करने वाला है। उत्तर प्रदेश देवताओं की जन्मस्थली है। यहाँ धर्म, संस्कृति, कला का अद्भुत संगम है। यह फ़िल्म सिटी यूपी को और समृद्ध करेगी। हम सभी इस विजन को सफल करने में हम संभव मदद करने के लिए तैयार हैं।

सौंदर्या, फ़िल्म निर्माता:- भारत में अब भी एनिमेशन इंडस्ट्री नहीं है। आज की फिल्मों में इसका बड़ा असर है। योगी जी अगर इस दिशा में कोशिश हो, तो बड़ी सुविधा होगी। फ़िल्म सिटी की स्थापना की घोषणा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को बहुत धन्यवाद।

केवी विजयेंद्र प्रसाद, निर्देशक:- योगी जी में बहुत क्षमता है। इन्होंने जो कार्य सोचा है वह ज़रूर कर सकेंगे। मेरे योग्य कोई कार्य हो, तो खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा।

विनोद बच्चन, फ़िल्म निर्माता:- यूपी में फिल्मसिटी का सपना, दशकों से है। आज वो सपना योगी जी ने देखा है। मैंने अपनी फिल्मों में हमेशा से ही यूपी को रिप्रेजेंट किया है। बस इस सपने को यूपी बनाम महाराष्ट्र न बनने दिया जाए। हमसे जो बन सकेगा, हम करने के लिए पूरी क्षमता से तैयार है। एक महत्वपूर्ण बात, फ़िल्म स्क्रीन की कमी है, योगी जी छोटे-छोटे कस्बों तक पहुंचाने के लिए कुछ प्रयास करें तो बड़ी मदद मिलेगी। महत्वपूर्ण यह भी है कि अच्छे सिनेमा को ही प्रोत्साहित किया जाए।

शैलेश सिंह, निर्माता-निर्देशक:- जेम्स कैमरन आज दुनिया की सबसे मंहगी फ़िल्म न्यूजीलैंड में बना रहे हैं। हमें समझना होगा कि फ़िल्म सिटी केवल बिल्डिंग या सेट्स की जगह प्रोवाइड करा देना भर नहीं होता। यह एक संस्कृति है, अगर हमने उन जैसे लोगों को बेहतर माहौल दिया, संस्कृति दी तो वह लोग भी यहां ज़रूर आएंगे। फ़िल्म सिटी केवल उत्तर प्रदेश बस लोकेशन बन कर न रह जाये, बल्कि एक संस्कृति के रूप में विकसित हो। यूपी सरकार की विल पॉवर देखकर ऐसा होने का विश्वास भी होता है।

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