03/12/2024

जन्मदिन विशेषांक: मिस्टर परफेक्शनिस्ट ‘आमिर ख़ान’

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आमिर ख़ान (Aamir Khan) पूरा नाम: मोहम्मद आमिर हुसैन ख़ान (जन्म तिथि: 14 मार्च, 1965) को बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्शनिस्ट माना जाता है। पिता ताहिर हुसैन ने बेटे के जन्म से पहले उसका नाम आमिर सोच लिया था। आमिर का मतलब होता है – हमेशा अगुआई करने वाला। झंडा लेकर चलने वाला। जो आमिर ने बॉलीवुड में साबित भी किया। वर्ष 1973 में आमिर ख़ान अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म ‘यादों की बारात’ (Yaadon Ki Baraat) में एक बाल कलाकार की भूमिका में नज़र आए थे और 11 साल बाद आमिर का कैरियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ। उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर ख़ान के साथ फ़िल्म ‘क़यामत से क़यामत तक’ (1988) से पहली हिट मिली। इसके बाद आमिर ने कई फिल्में की जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के नए पैमाने बनाए। बॉलीवुड को 100 करोड़, 200 करोड़ और 300 करोड़ के क्लब से पहचान कराने वाले आमिर ख़ान की ‘ग़जनी’ (Ghajani) ने 100 करोड़ रुपये, ‘3 इडियट्स’ (3 Idiots) ने 200 करोड़ रुपये और पीके (PK) ने 300 करोड़ रुपये की कमाई करके सबसे पहले इन तीनों क्लब की शुरुआत की। आमिर ख़ान को भारत सरकार द्वारा उन्‍हें 2003 में पद्मश्री, 2010 में पद्म भूषण पुरस्‍कार दिये गये हैं। आमिर ख़ान की फ़िल्‍मों को चीन में काफी पसंद किया जाता है। फिल्‍मों में उनके बेहतरीन अभिनय की वजह से 2017 में चीन की सरकार ने उन्‍हें ‘नेशनल ट्रीजर ऑफ़ इंडिया’ के सम्‍मान से नवाजा है।

आमिर ख़ान के बारे में 25 रोचक तथ्य

  1. बचपन में आमिर को कॉमिक्स पढ़ने का बहुत शौक था। जेब खर्च के लिए बीस रुपए महीने मिलते थे। सब कॉमिक्स वाले को चले जाते। अपने कमरे में बिस्तर पर लेटकर सैंडविच खाते हुए कॉमिक्स पढ़ने में उन्हें खूब मजा आता।
  2. आमिर के दोस्तों में लड़के कम और लड़कियां ज्यादा थीं। इसका एक कारण यह भी था कि उन्हें घर के पास गर्ल्स स्कूल में पढ़ने के लिए भर्ती कर दिया गया था। इस स्कूल में कक्षा पाँचवीं तक लड़के पढ़ सकते थे।
  3. आमिर खान 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद पु‍णे फिल्म इंस्टीट्यूट से प्रशिक्षण लेना चाहते थे, लेकिन पिता ताहिर हुसैन ने कहा कि जब फिल्म कंपनी घर की ही है तो पुणे जाने की क्या जरूरत है।
  4. आमिर ‍अपनी मर्जी के मालिक रहे हैं। अपनी शादी भी उन्होंने अपनी मर्जी से की। अपने माता-पिता, भाई-बहन, रीना के माता-पिता, भाई-बहन को कानोकान खबर नहीं होने दी। 14 मार्च 1986 को 21 साल के युवक हुए और अगले महीने अप्रैल में उन्होंने शादी की।
  5. आमिर-रीना दत्ता की जब शादी हुई, तब रीना कॉलेज छात्रा थीं। वे बाकायदा अपने घर में रहते हुए कॉलेज जाती रहीं। आमिर अपनी फिल्म कयामत से कयामत तक की शूटिंग करते रहे। ऐसे जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
  6. शादी के 17 वर्ष बाद जब आमिर और रीना ने अलग होने का फैसला किया तो सभी चौंक गए। आमिर-रीना को उनके दोस्तों ने समझाया। दोनों ने साथ रहने की कोशिश की, लेकिन परिणाम सकारात्मक नहीं निकला। आखिरकार यह शादी टूट गई। आमिर और रीना दोनों को सदमा लगा और इससे उन्हें उबरने में काफी समय लगा।
  7. रीना से आमिर को एक बेटा जुनैद और एक बेटी ईरा है। आजाद राव खान नामक बेटे की घोषणा उन्होंने 5 दिसम्बर 2011 को की जो सरोगेट मदर से है। कहा जाता है कि जेसिका हाइंस के बेटे जान हैरी हाइंस के पिता भी आमिर ही हैं।
  8. किरण राव और आमिर की मुलाकात आशुतोष गोवारीकर की फिल्म ‘लगान’ के सेट पर हुई थी। दोनों की दोस्ती जल्दी ही प्यार में बदल गई और दिसंबर 2005 में दोनों ने विवाह कर लिया।
  9. कयामत से कयामत तक के पहले आमिर ने ‘यादों की बारात’ में बतौर बाल कलाकार के रूप में काम किया था। केतन मेहता की फिल्म ‘होली’ में भी किट्टू गिडवानी के बेचैन बॉयफ्रेंड का रोल उन्होंने किया था।
  10. कयामत से कयामत तक फिल्म ने आमिर को अमीर बना दिया। उन्होंने अपनी पहली कार मारुति 800 खरीदी। वे जिस बिल्डिंग में अपने माता-पिता के साथ रहते थे, उसी बिल्डिंग में स्वयं का फ्लैट भी खरीद लिया।
  11. निर्माता परिवार से जुड़े होने की वजह से आमिर की हमेशा यह कोशिश रहती है कि जो भी फिल्म मिले उससे निर्माता को ज़रूर फ़ायदा होना चाहिए। इसी वजह से वे कला फिल्मों को पसंद नहीं करते।
  12. दिलीप कुमार, शम्मी कपूर, अमिताभ बच्चन, नसीरुद्दीन शाह के साथ-साथ गोविंदा भी आमिर के पसंदीदा अभिनेता हैं। कुछ असफल फिल्मों के बाद आमिर ने दिलीप कुमार की शैली में एक या दो फिल्मों में काम करने का संकल्प लिया है और अब तक वे उसका पालन कर रहे हैं।
  13. आमिर खान और सनी देओल की तीन बार फिल्में एक साथ प्रदर्शित हुई हैं। घायल और दिल, घातक और राजा हिन्दुस्तानी, गदर और लगान। तीनों बार दोनों की फिल्में कामयाब हुई हैं।
  14. आमिर खान की सबसे बड़ी क्षमता है अपने चरित्र को जीवंत बना देना। यही वजह रही है कि फ्लॉप या नए डायरेक्टर आमिर की उपस्थि‍ति से सुपरहिट की श्रेणी में आ गए। रामगोपाल वर्मा (रंगीला), धर्मेश दर्शन (राजा हिन्दुस्तानी), विक्रम भट्ट (ग़ुलाम), आशुतोष गोवारीकर (लगान), जॉन मैथ्यू मथान (सरफरोश), फ़रहान अख्तर (दिल चाहता है) के नाम गिनाए जा सकते हैं।
  15. अपने बोंसाई कद के बावजूद उनके द्वारा निभाए गए किरदार ‘लार्जर देन लाइफ’ साबित हुए हैं, इसीलिए आमिर को ‘परफेक्शनिस्ट एक्टर’ माना जाता है।
  16. फिल्म लगान (Lagaan) आमिर ख़ान की ऐसी ऑल टाइम ग्रेट मास्टर पीस पीरियड फिल्म है, जो देश से ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय मंच पर सराही एवं पसंद की गई। ऑस्कर के लिए नामांकन भी एक उपलब्धि है। देश के बिजनेस मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशंस में लगान को लेकर शोध प्रबंध प्रस्तुत किए गए और कक्षाओं में उसे ‘टेक्स्ट फिल्म’ की तरह पढ़ाया-समझाया गया है।
  17. ‘तारे जमीं पर’ निर्देशक के रूप में आमिर की पहली फिल्म है। अमोल गुप्ते का काम आमिर को जब पसंद नहीं आया तो उन्होंने निर्देशन की कमान अपने हाथों में ली। इस फिल्म के जरिये आमिर ने बताया कि बच्चों पर उनके माता-पिताओं को अपने सपनों को नहीं थोपना चाहिए।
  18. एक बार फ़िल्म लगान के सेट पर कंचे खेलते समय आमिर को यूनिट के सदस्यों ने हरा दिया। कुछ दिनों बाद घर पर अभ्यास करने के बाद आमिर ने सेट पर फिर कंचे खेले और सभी को हरा दिया। शतरंज खेलना भी आमिर को पसंद है और सेट पर वक्त मिलने पर वे अक्सर हीरोइनों के साथ यह दिमाग वाला खेल खेलते हैं।
  19. आमिर खान ने दंगल (Dangal) में फिल्म की डिमांड पर अपना 90 किलो वजन बढ़ाकर शूटिंग की ताकि लोगो को उनका किरदार रियल लगे और फिर मात्र 5 महीने में उन्होंने 27 किलो वजन कम कर लिया
  20. आमिर ने डर (Darr) फिल्म में काम करने से इसलिए इंकार कर दिया था क्योंकि वे चाहते थे कि फिल्म के निर्देशक यश चोपड़ा उन्हें तथा फिल्म के दूसरे हीरो सनी देओल को एक साथ कहानी सुनाएं। यश चोपड़ा ने ऐसा नहीं किया तो उन्होंने फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया। बाद में आमिर वाला रोल शाहरुख ख़ान को मिला।
  21. आमिर और शाहरुख के बीच नोकझोक चलती रहती है। एक बार आमिर ने अपने ब्लॉग में लिख दिया था कि उनके पैर शाहरुख चाट रहा है। शाहरुख एक कुत्ते का नाम है। आमिर ने एक घर खरीदा था और घर मालिक ने शाहरुख नामक कुत्ता उन्हें तोहफे में दिया था। जब रा.वन (Ra.one) का फिल्म इंडस्ट्री में मजाक बनाया गया तो आमिर ने शाहरुख की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ अलग करने का प्रयास किया है और इसकी हंसी नहीं उड़ाना चाहिए।
  22. आमिर खान किसी भी फिल्म को काफी सोच समझकर करते हैं उनके छोड़ी करीब 5 फिल्में बाद में शाहरुख खान ने की जिनमें डर, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, दिल तो पागल है, मोहब्बत, स्वदेश जैसी फिल्मों के नाम शामिल है।
  23. मोबाइल युग में भी आमिर ने लंबे समय तक पेजर का उपयोग किया। आमिर का सोचना है कि मोबाइल के जरिये काम में व्यवधान पड़ता है। शूटिंग के दौरान वे मोबाइल का उपयोग नहीं करते हैं।
  24. फिल्म का प्रचार आमिर बड़े ही अलग तरीके से करते हैं। ग़ज़नी (Ghazani) की रिलीज के कुछ हफ्तों पहले कई सिनेमाघर के कर्मचारियों ने ग़ज़नी स्टाइल में हेअर कट करवाया था। थ्री इडियट्स (3 Idiots) के दौरान आमिर ने भेष बदलकर कई शहरों में प्रचार किया।
  25. आमिर का नाम यदि किसी फिल्म से जुड़ा है तो दर्शक आशा करते हैं कि फिल्म अच्छी होगी। आमिर इसे बहुत बड़ा काम्प्लीमेंट मानते हैं।
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