अक्षय कुमार की ‘पृथ्वीराज’ पर भड़की करणी सेना, बैन लगाने की कर दी मांग
1 min readयशराज बैनर तले बन रही अक्षय कुमार की आने वाली फ़िल्म ‘पृथ्वीराज’ (Prithviraj) को लेकर विवाद होता नजर आ रहा है। अक्षय कुमार की फिल्म की रिलीज पर करणी सेना ने प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस फिल्म में पृथ्वीराज हिंदू राजा को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है। अब करणी सेना ने कोर्ट में पीआईएल दायर की है, जिस पर जस्टिस ए आर मसूदी और जस्टिस एनके जौहरी ने सुनवाई की है। यह सुनवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने की है। उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या फिल्म को सेंसर बोर्ड ने रिलीज करने की अनुमति दी है।
अक्षय कुमार की फिल्म ‘पृथ्वीराज’ का एलान साल 2019 में किया गया था। इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ मिस वर्ल्ड 2017 मानुषी छिल्लर नजर आएंगी। इस फिल्म के जरिए मानुषी बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं। कुछ समय पहले इस फिल्म का टीजर रिलीज किया गया था, जिसमें एक जंग की झलक दिखाई गई थी। इस टीजर में मानुषी छिल्लर का एक सीन भी देखने को मिला था। फिल्म ‘पृथ्वीराज’ का निर्देशन चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया है जिन्हें हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान की घोषणा की गयी है। इस फिल्म अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर के अलावा संजय दत्त, सोनू सूद भी अहम भूमिका में नजर आएंगे। पृथ्वीराज पहले 23 जनवरी, 2022 को रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के कारण रिलीज पोस्टपोन कर दी गयी। इसके बाद में अब तक इस फिल्म की रिलीज डेट सामने नहीं आई है और फैंस इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
करणी सेना का विरोध
फिल्म ‘पृथ्वीराज’ के विरोध में याचिका में कहा गया है कि प्रतिवादियों ने ऐतिहासिक योद्धा हिंदू राजा को बदनाम करने, अपमानित करने की कोशिश की है, जिन्होंने हिंदुस्तान की सुरक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया था। साथ ही फिल्म में एक्ट्रेस मानुषी छिल्लर द्वारा फिल्म में पहनी गई पोशाक पर भी आपत्ति जताई गई है। याचिकाकर्ता की दलीलें सुनने के बाद बेंच ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या फिल्म ‘पृथ्वीराज’ को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया गया है या नहीं और मामले को 21 फरवरी 2022 से शुरू होने वाले सप्ताह में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
करणी सेना ने एक बार फिर राजस्थान के इतिहास पर बन रही फिल्म को लेकर अदालत में गुहार लगाई है। अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म ‘पृथ्वीराज’ को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने केंद्र सरकार से पूछा है कि क्या सेंसर बोर्ड ने फिल्म ‘पृथ्वीराज’ की रिलीज के लिए सर्टिफिकेट दिया है। अदालत का आदेश गुरुवार को एक जनहित याचिका (PIL) में आया, जिसमें फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की गई थी। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की (महिला विंग) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाली वकील संगीता सिंह ने यह आरोप लगाते हुए याचिका दायर की है कि फिल्म का शीर्षक ‘सम्राट पृथ्वीराज चौहान’ की जगह ‘पृथ्वीराज’ रखा गया है। इससे समाज में गलत संदेश जाता है। राजपूत समुदाय की धार्मिक भावनाओं और आस्थाओं को भी ठेस पहुंचती है।
21 फरवरी से शुरू होने वाले सप्ताह में अदालत ने मामले की सुनवाई तय की है। न्यायमूर्ति ए.आर. मसूदी और न्यायमूर्ति एन.के. जौहरी ने यह आदेश करणी सेना की उपाध्यक्ष संगीता सिंह की जनहित याचिका पर पारित किया।
यह पहली बार नहीं है जब अक्षय कुमार की फिल्म का विरोध किया गया है। 2017 में भी करणी सेना ने संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित ‘पद्मावती’ (Padmavati) का भी विरोध करणी सेना ने की थी, जिसके बाद इस फिल्म का नाम बदलकर ‘पद्मावत’ (Padmavat) कर दिया गया था।