21/09/2024

विरोध के बाद ‘पृथ्वीराज’ की तरह इन फिल्मों का भी बदला गया नाम

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बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार यानि अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की आने वाली फिल्म पृथ्वीराज का नाम अब ‘सम्राट पृथ्वीराज’ (Samrat Prithviraj) होगा। अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर की आने वाली फिल्म ‘पृथ्वीराज’ का टाइटल बदल दिया गया है। यशराज स्टूडियो ने करणी सेना के भारी विरोध के चलते फिल्म पृथ्वीराज का टाइटल अब सम्राट पृथ्वीराज करने का फैसला लिया है। करणी सेना ने यशराज स्टूडियो से फिल्म का नाम बदलने की मांग की थी। यशराज स्टूडियो ने करणी सेना की बात मान ली है और फिल्म का नाम बदलने का फैसला कर लिया है। यशराज फिल्मस से एक ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी कर इस बात की जानकारी दी है, जिसमें बताया गया है कि इस फिल्म का टाइटल अब चेंज कर ‘पृथ्वीराज’ से ‘सम्राट पृथ्वीराज’ कर दिया गया है।

गौरतलब है कि डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी के निर्देशन में बनी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज ,पृथ्वीराज चौहान के जीवन और उनके पराक्रम पर आधारित है। अक्षय फिल्म में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की भूमिका निभा रहे हैं, वहीं मानुषी छिल्लर (Manushi Chhillar) फिल्म में पृथ्वीराज की प्रेमिका राजकुमारी संयोगिता की भूमिका निभा रही हैं। यह फिल्म 3 जून को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज हो रही है।

5 कट और कुछ छोटे बदलावों के बाद सेंसर बोर्ड ने दिया सर्टिफिकेट

सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने जनवरी 2022 में अक्षय कुमार की सम्राट पृथ्वीराज को कुछ कट्स के बाद पास कर दिया था। इस फिल्म में पांच कट और कुछ बदलावों के साथ U/A सर्टिफिकेट दे दिया गया था। इनवेस्टिगेशन कमेटी ने मेकर्स से फिल्म की शुरुआत में एक डिस्क्लेमर जोड़ने के लिए कहा था जिसमें फिल्म निर्माता या इस फिल्म से जुड़ा कोई भी व्यक्ति जौहर, सती या इस तरह की किसी भी प्रथा को बढ़ावा नहीं देता है। इसके साथ ही अन्य चार डायलॉग में बदलाव किया गया है। ‘हारन’ शब्द को ‘वारन’ से बदला गया है। ‘नाना’ को हटाकर ‘ऋषि’ से बदला गया है। वहीं ‘कब्जा’ को ‘हमला’ तथा ‘अंतिम’ शब्द को ‘महान’ शब्द बदल दिया गया है।

इन परिवर्तनों को किए जाने के बाद, सम्राट पृथ्वीराज को 12 जनवरी, 2022 को सेंसर प्रमाणपत्र दिया गया था । प्रमाण पत्र पर उल्लिखित फिल्म की अवधि 135.39 मिनट थी । दूसरे शब्दों में कहें तो, सम्राट पृथ्वीराज 2 घंटे 15 मिनट 39 सेकंड लंबी है ।

‘पृथ्वीराज’ से पहले इन फ़िल्मों के बदले गये नाम

आपको बता दें कि यह ऐसा पहला मामला नहीं है, इससे पहले कई ऐसी फिल्में रही हैं जिनका नाम विवाद के बाद बदला गया। कभी ऐसा लोगों के विरोध को देखते हुए तो कभी तथ्यों और कॉपीराइट के मामले को लेकर अब तक कई बॉलीवुड फिल्मों के नाम बदले गए।  आपको कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताते हैं, जिनके नाम बदले गए।

पद्मावत / Padmavat

इसका विवाद जगजाहिर है। फिल्म के नाम को लेकर लंबा विवाद चला था। संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म का नाम ‘पद्मावती’ रखा गया था, जिसे बाद में बदलना पड़ा। इस फिल्म में मुख्य किरदार में रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण थीं। फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर सफलता के झंडे गाड दिये थे।

लवयात्री / Lavyatri

इस फिल्म का नाम पहले ‘लवरात्रि’ रखा गया था, जिसे विरोध के बाद बदलकर ‘लवयात्री’ किया गया। लवरात्रि पर विरोध करने का कारण था कि इसका नवरात्रि जैसा है। इस नाम ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने की बात सामने आई थी। इस फिल्म से फिल्म से सलमान खान के बहनोई आयुष शर्मा ने अपना डेब्यू किया था। फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर धराशायी हो गयी थी।

मद्रास कैफ़े / Madras Cafe

इस फिल्म में जॉन अब्राहम और नरगिस फाखरी ने मुख्य किरदार निभाया है। पहले इस फिल्म का नाम ‘जाफना’ रखा गया था, जिसे विरोध के बाद बदला गया। इस फ़िल्म की कहानी प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्याकांड पर आधारित है। फ़िल्म को बॉक्स ऑफिस सफलता तो नहीं मिली लेकिन समीक्षकों ने बहुत सराहा।

आर राजकुमार / R. Rajkumar

शुरूआत में इस फिल्म नाम ‘रैंबो राजकुमार’ था जिसे कॉपीराइट के उल्लंघन को लेकर मेकर्स ने बदलकर आर राजकुमार कर दिया। इस फिल्म शाहिद कपूर और सोनाक्षी सिन्हा मुख्य किरदार में थे। प्रभु देवा के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर अच्छा कारोबार किया था। इस फ़िल्म का गीत-संगीत बहुत हिट हुआ था।

सत्यनारायण की कथा

इस फिल्म में कार्तिक आर्यन अहम रोल में नजर आएंगे। यह फ़िल्म अभी रिलीज नहीं हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेकर्स ने लोगों की संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए फिल्म का नाम बदलने का फैसला लिया है। हालांकि अभी तक फिल्म के नए नाम का खुलासा नहीं हो पाया है।

‘सम्राट पृथ्‍वीराज’ की टीम जाएगी वाराणसी और सोमनाथ

अक्षय कुमार, मानुषी छिल्लर और डायरेक्टर सम्राट पृथ्वीराज चौहान के झंडे के साथ सोमनाथ मंदिर और वाराणसी का दौरा करेंगे और आशीर्वाद लेंगे। इसके बाद वे नई दिल्ली में राजा के किले राय पिथौरा में झंडा लगाने के लिए भी जाएंगे। फ़िल्म के निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘सम्राट पृथ्वीराज चौहान हमारे देश के अंतिम हिंदू सम्राट थे, जो भारत को लूटने वाले निर्दयी आक्रमणकारियों से भारतमाता की स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा के लिए खड़े हुए थे। हमने उनकी शानदार भावना को सलाम करने के लिए यह फिल्म बनाई है और अब हम सम्राट पृथ्वीराज के झंडे के साथ सोमनाथ मंदिर और वाराणसी की यात्रा कर रहे हैं ताकि हमारे देश के लिए स्वतंत्रता का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडे के साथ आशीर्वाद लिया जा सके।’  उन्होंने आगे कहा, ‘एक बार जब हम ध्वज पर गंगा का पवित्र जल रख लेंगे और सोमनाथ मंदिर में आशीर्वाद ले लेंगे, तो हम राय पिथौरा – सम्राट के किले – का दौरा करेंगे और उनके सम्मान में ध्वज को वहां रखेंगे। पराक्रमी राजा ने हमें आक्रमणकारियों और बुराई के सामने कभी झुकना नहीं सिखाया और हम आशा करते हैं कि हमारी फिल्म भारत के युवाओं को अदम्य साहस की भावना के लिए प्रेरित करेगी।

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