श्रीदेवी की टॉप-10 फ़िल्में
1 min readश्रीदेवी की टॉप-10 फ़िल्में / Top 10 Films of Sridevi
भारतीय सिनेमा की पहली “महिला सुपरस्टार” कही जाने वाली श्रीदेवी ने 1975 की फिल्म ‘जूली’ से बाल अभिनेत्री के रूप में प्रवेश किया था। श्रीदेवी का बॉलीवुड में प्रवेश ‘सोलहवाँ सावन’ (1978) से हुआ लेकिन उन्हें सबसे अधिक पहचान ‘हिम्मतवाला’ (1983) से मिली। 1980 और 1990 के दशक में श्रीदेवी सबसे अधिक वेतन प्राप्त करने वाली अभिनेत्रयों में शामिल थीं, और उन्हें उस युग की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्री माना जाता है। अभिनय के लिए श्रीदेवी ने 5 फिल्मफेयर पुरस्कार प्राप्त किये हैं। 2012 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। एक के बाद एक सुपरहिट महिला प्रधान फिल्मों की वजह से श्रीदेवी को भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी अभिनेत्री के तौर पर भी जाना जाता है। 13 अगस्त, 1963 को मद्रास में जन्मी श्रीदेवी का निधन 24 फरवरी, 2018 को दुबई में हुआ। अपने फिल्मी करियर में श्रीदेवी ने 63 हिंदी, 62 तेलुगु, 58 तमिल, 21 मलयालम तथा कुछ कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया।
10. लाड़ला / Laadla (1994)
शैली– ड्रामा-फैमिली निर्देशक– राज कंवर
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, अनिल कपूर, रवीना टंडन, फरीदा जलाल, अनुपम खेर, प्रेम चोपड़ा, परेश रावल, मोहनीश बहल आदि
विशेष नोट- लाडला 25 मार्च 1994 को नाटकीय रूप से रिलीज़ हुई और वर्ष की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई। शीतल जेटली के रूप में नकारात्मक भूमिका में श्रीदेवी के प्रदर्शन की व्यापक रूप से सराहना की गई और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकन मिला, जबकि रवीना टंडन को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार नामांकन मिला। शुरुआत में दिव्या भारती को प्रमुख महिला किरदार के लिये चुना गया था और उन्होंने अधिकांश फिल्म को पूरा भी कर दिया था लेकिन 1993 में उनकी असामयिक मौत के कारण, किरदार को श्रीदेवी द्वारा निभाया गया।
9. गुमराह / Gumrah (1993)
शैली– एक्शन-ड्रामा-थ्रिलर निर्देशक– महेश भट्ट
मुख्य कलाकार- संजय दत्त, श्रीदेवी, अनुपम खेर, राहुल रॉय, सोनी राजदान आदि
विशेष नोट- ऑस्ट्रेलियाई मिनीसरीज की बैंकॉक हिल्टन पर आधारित, फिल्म में रोशनी (श्रीदेवी) के गायन की प्रतिभा को देखते हुए, राहुल उसे एक ब्रेक देता है और वे अंततः प्यार में पड़ जाते हैं। हांगकांग की यात्रा पर, वह कोकीन रखने के आरोप में गिरफ्तार हो जाता है। गुमराह को श्रीदेवी के प्रदर्शन की ओर खींची गई सराहना के साथ समीक्षकों द्वारा काफी सराहा गया, जिसे कई लोग उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों में से एक मानते हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर अवार्ड के लिए नामांकन भी दिलाया। यह फिल्म दुनिया भर में बड़ी व्यावसायिक सफलता थी। यह 1993 की सातवीं सबसे अधिक कमाई वाली फिल्म बन गई।
8. नगीना / Nagina (1986)
शैली– फैन्टेसी-रोमांस निर्देशक– हरमेश मल्होत्रा
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, ऋषि कपूर, अमरीश पूरी, प्रेम चोपड़ा, कोमल महुवाकर आदि
विशेष नोट- यह एकभारतीय फंतासी रोमांस फिल्म है, इसमें श्रीदेवी ने रजनी नाम की एक नागिन की भूमिका निभाई है, जो एक दुष्ट संत के हाथों अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए एक नागरिक से शादी करती है। इसमें ऋषि कपूर, कोमल महुवाकर, अमरीश पुरी, सुषमा सेठ और प्रेम चोपड़ा भी हैं। नगीना 28 नवंबर 1986 को नाटकीय रूप से रिलीज़ हुई थी। रिलीज़ होने पर, यह बॉक्स ऑफिस पर ₹13 करोड़ से अधिक की कमाई के साथ व्यापक रूप से सफल रही, 1986 की दूसरी सबसे अधिक कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई। फिल्म की साल की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर रही और भारतीय सिनेमा में यह एक बड़ा ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि महिला केंद्रित फिल्म होने के बावजूद यह फिल्म बड़े पैमाने पर व्यावसायिक रूप से सफल रही। नगीना को उस फिल्म का श्रेय दिया जाता है जिसने 1980 के दशक की सबसे बड़ी महिला सितारों में से एक के रूप में श्रीदेवी की स्थिति स्थापित की।
7. खुदा गवाह/ Khuda Gawah (1992)
शैली– एक्शन-ड्रामा-एडवेंचर निर्देशक– मुकुल आनंद
मुख्य कलाकार- अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी, नागार्जुन, किरण कुमार, शिल्पा शिरोड़कर, डैनी आदि
विशेष नोट- यह श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन की एक साथ तीसरी फिल्म है। फिल्म में अफगानिस्तान का बादशाह खान बेनजीर के पिता के हत्यारे को खोजने के लिए भारत यात्रा करता है ताकि वह उसे प्रभावित कर सके। वह सफल होता है लेकिन जल्द ही खुद को एक हत्या का दोषी पाता है और भारतीय जेल में फंस जाता है। ख़ुदा गवाह को 8 मई, 1992 को सिनेमा घरों में रिलीज़ किया गया था। रिलीज होने पर इसको इसके निर्देशन, पटकथा, प्रदर्शन, संगीत और उत्पादन की ओर आलोचनात्मक प्रशंसा मिली। यह फिल्म दुनिया भर में ₹17.9 करोड़ की कमाई करने वाली प्रमुख व्यावसायिक सफलता बन गई। इस प्रकार ये 1992 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई। ख़ुदा गवाह 1992 की ‘बेटा’ के बाद सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। अफगानिस्तान में भी ये सुपर हिट रही थी और दस सप्ताह तक यह फिल्म सिनेमाघरों में चली।
6. चाँदनी / Chandni (1989)
शैली– रोमांस-ड्रामा निर्देशक– यश चोपड़ा
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, ऋषि कपूर, विनोद खन्ना, वहीदा रहमान, सुषमा सेठ आदि
विशेष नोट- इस फिल्म का कहानी और गाने दोनों ही लोगों को काफी पसंद आए थे। फिल्म में ऋषि कपूर और श्रीदेवी का रोमांस दर्शकों को दिल जीतने में कामयाब हुआ था। गाने तो उस वक्त लोगों की जुबां पर चढ़ गए थे। इस फिल्म ने बॉलीवुड में रोमांस और संगीत का दौर फिर से लौटाया था और फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी। फिल्म में संगीत प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा तथा बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने साथ मिलकर शिव-हरि नाम से दिया है। आनंद बक्शी ने फिल्म के गीत लिखे हैं। फिल्म में कुल 10 गीत हैं, जिन्हें लता मंगेशकर, सुरेश वाडेकर, तथा विनोद राठौड़ इत्यादि गायकों ने गाया है। खुद श्रीदेवी ने फिल्म के शीर्षक गीत के लिए गायन किया। कुल बिक्री के आधार पर यह इस फिल्म संगीत एल्बम अस्सी के दशक में 16वें स्थान पर रही।
5. चालबाज़ / ChaalBaaz (1989)
शैली– कॉमेडी-ड्रामा-म्यूजिकल निर्देशक– पंकज पाराशर
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, सनी देओल, रजनीकान्त, अनुपम खेर, रोहिणी हथनगड़ी, अन्नू कपूर, शक्ति कपूर, अरुणा ईरानी, सईद जाफरी आदि
विशेष नोट- चालबाज़ 1989 में बनी हिन्दी भाषा की कॉमेडी फ़िल्म है। राजेश मजूमदार और कमलेश पांडे द्वारा लिखित पटकथा को पंकज पाराशर द्वारा निर्देशित किया गया है। फिल्म में श्री देवी दोहरी भूमिका में हैं। रजनीकांत, सनी देओल, अनुपम खेर, शक्ति कपूर, रोहिणी हट्टंगड़ी और अनु कपूर सहायक भूमिकाओं में हैं। काफी हद तक 1972 की फिल्म सीता और गीता पर आधारित यह फिल्म जन्म के समय बिछड़ी जुड़वाँ बहनों के इर्द-गिर्द घूमती है। इसमें श्रीदेवी और सनी देओल पर फिल्माया गया गीत ‘न जाने कहाँ से आई है’ बहुत बड़ा हिट हुआ। इस फिल्म का दूसरा गीत ‘तेरा बीमार मेरा दिल’ भी बहुत बड़ा हिट है।
4. मोम / Mom (2017)
शैली– क्राइम-थ्रिलर निर्देशक– रवि उद्यावर
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, अक्षय खन्ना, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अदनान सिद्दीकी, अभिमन्यु सिंह आदि
विशेष नोट- स्कूल में देवकी (श्रीदेवी) टीचर हैं। उसी स्कूल में देवकी की सौतेली बेटी आर्या (सजल अली) भी पढ़ती है। आर्या के साथ पढ़ने वाला एक स्टूडेंट मोहित, आर्या को अश्लील मैसेजेस भेजता है। देवकी इस बात से नाराज होकर मोहित को सजा देती है। आर्या अपनी सौतेली मां से बिल्कुल भी प्यार नहीं करती, जबकि देवकी को अपनी बेटी से बहुत प्यार है। वैलेंटाइन्स डे की पार्टी में मोहित, आर्या के साथ रेप कर के उसे गटर में फेंक देता है। उसके बाद कोर्ट में केस जाता है और जीत मोहित की होती है। इस तरह के न्याय को देखकर देवकी एक डिटेक्टिव दयाशंकर कपूर उर्फ डी के (नवाजुद्दीन सिद्दिकी) के पास मदद के लिए जाती है। इसी बीच पुलिस अफसर मैथ्यू फ्रांसिस (अक्षय खन्ना) की एंट्री होती है। कहानी में ट्विस्ट टर्न्स आते हैं लेकिन मोम बनी श्रीदेवी अपनी बेटी के साथ हुए दर्दनाक घटना का बदला लेती है।
3. लम्हे / Lamhe (1991)
शैली– रोमांस-म्यूजिकल निर्देशक– यश चोपड़ा
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, अनिल कपूर, अनुपम खेर, वहीदा रहमान, दीपक मल्होत्रा आदि
विशेष नोट- श्रीदेवी की ‘लम्हे’ एक ऐसी एक्सपेरिमेंटल फिल्म थी जिसकी कहानी दर्शकों को रास नहीं आई लेकिन श्रीदेवी की खूबसूरती और एक्टिंग के सभी कायल हो गए थे। ‘लम्हे’ को बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास रिस्पॉंस नहीं मिला लेकिन बाद में कल्ट फिल्म साबित हुई। 1992 में बेस्ट फिल्म के लिए यश चोपड़ा को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला तो बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड श्रीदेवी को मिला। बेस्ट कॉमेडियन के लिए अनुपम खेर को तो बेस्ट स्टोरी के लिए हनी ईरानी को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। इतना ही नहीं डॉक्टर राही मासूम रजा बेस्ट डायलॉग्स के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किए गए। इसके अलावा लम्हे को बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन का नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिला था। यश अपनी फिल्म ‘लम्हे’ को मिले इतने अवॉर्ड से हैरान रह गए थे। उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा था कि ऐसा भी होता है। आश्चर्य की बात है कि जिस फिल्म को दर्शकों ने ठुकरा दिया उसे फिल्म समीक्षकों की जबरदस्त प्रशंसा मिली।
2. मि. इंडिया / Mr. India (1987)
शैली– सुपरहीरो-कॉमेडी-ड्रामा-एक्शन-म्यूजिकल निर्देशक– शेखर कपूर
मुख्य कलाकार- अनिल कपूर, श्रीदेवी, अमरीश पूरी, सतीश कौशिक, अन्नू कपूर, रमेश देव, अशोक कुमार आदि
विशेष नोट- यह फिल्म श्रीदेवी के “मिस हवा हवाई” प्रदर्शन सहित कई लाइनों और गानों के लिए जानी जाती थी और अमरीश पुरी का आइकोनिक डायलॉग “मोगैम्बो खुश हुआ” अमरीश पुरी की तरह ही प्रसिद्ध हो गया है। मोगैम्बो चरित्र को बॉलीवुड के इतिहास में सबसे अच्छे खलनायकों में से एक माना जाता है। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के संगीत ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, विशेष रूप से गीत “हवा हवाई”, जो आज तक बहुत लोकप्रिय है। इस फिल्म को अक्सर शीर्ष बॉलीवुड फिल्मों की विभिन्न सूचियों में स्थान दिया गया है।
1. इंग्लिश विंगलिश / English Vinglish (2012)
शैली– कॉमेडी-ड्रामा-फैमिली निर्देशक– गौरी शिंदे
मुख्य कलाकार- श्रीदेवी, आदिल हुसैन, मेहदी नेब्बू, प्रिया आनंद, नाविका कोटिया आदि
विशेष नोट- कहानी शशि (श्रीदेवी) नाम की एक महिला के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक छोटी उद्यमी है, जो स्नैक्स बनाती है। शशि अपने पति (आदिल हुसैन) और बेटी से अंग्रेजी न बोल पाने के कारण अपमान झेलती है और उसे रोकने के लिए एक अंग्रेजी लर्निंग क्लास में दाखिला लेती है और इस प्रक्रिया में सफलता हासिल करती है। इंग्लिश विंग्लिश मूल रूप से हिंदी में बनाई गई थी; बाद में इसे तमिल में आंशिक रूप से फिर से शूट किया गया। श्रीदेवी की 15 साल के लंबे अंतराल बाद पहली फिल्म थी। इसके बावजूद ये बहुत बड़ी हिट हुई। इससे एक बार फिर साबित हो गया कि श्रीदेवी वर्तमान दौर में भी अपने दम पर हिट करने की क्षमता रखती है। इस फिल्म ने कुल 11 अवार्ड जीते। इस फिल्म के लिये श्रीदेवी लगभग हर अवार्ड में नामित हुई। मात्र 10 करोड़ में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता हासिल की थी।
श्रीदेवी की अन्य दमदार फ़िल्में
सदमा (1983), जुदाई, कर्मा, आखिरी रास्ता, हिम्मतवाला, मास्टरजी, गुरु, राम अवतार, सल्तनत, हीर राँझा। {अपडेट दिनांक:- 23 सितंबर, 2024}