महाभारत में इंद्रदेव की भूमिका निभाने वाले अभिनेता सतीश कौल का कोरोना से निधन
1 min readबी आर चोपड़ा के मशहूर टीवी सीरियल महाभारत (Mahabharata) में इंद्रदेव की भूमिका निभाने वाले मशहूर अभिनेता सतीश कौल (Satish Kaul) का शनिवार को निधन हो गया। 73 वर्षीय सतीश कौल पिछले काफी लंबे समय से बीमार थे और इन दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित थे। इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर्स एसोसिएशन (इफ्टडा) के अध्यक्ष अशोक पंडित ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
https://twitter.com/ashokepandit/status/1380821471006662661
300 से अधिक फ़िल्मों में अभिनय किया
सतीश कौल हिन्दी और पंजाबी फिल्मों में जाना-पहचाना नाम हुआ करते थे। साल 1974 से 1998 तक सतीश कौल ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, लेकिन इन दिनों उनकी आर्थिक हालत भी काफी खस्ता थी। उनके पास इलाज कराने तक के पैसे नहीं थे। पिछले साल उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए आर्थिक मदद मांगी थी। गिरने की वजह से सतीश कौल के कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया था। इस चोट से वह उभर नहीं पाए। सतीश कौल लंबे समय से लुधियाना में रह रहे थे। वे साल 2011 में मुंबई छोड़कर पंजाब चले गए थे और उन्होंने वहां एक्टिंग स्कूल खोल लिया था। सतीश कौल की हिन्दी फिल्मों की बात करें तो उन्होंने कर्मा (Karma), राम लखन (Ram Lakhan), इल्ज़ाम (Ilzaam), प्यार तो होना ही था (Pyar To Hona Hi Tha), आंटी नं. 1 (Aunty No.1) जैसी फिल्मों में काम किया है।
सुपरस्टार होकर जी रहे थे गुमनामी की ज़िंदगी
गजेंद्र चौहान ने ‘महाभारत’ में ‘युधिष्ठिर’ का किरदार निभाया था। वहीं सतीश कौल के निधन की खबर को उन्होंने बहुत बड़ा नुकसान बताया है। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान गजेंद्र चौहान ने बताया कि सतीश इतने बड़े स्टार रह चुके हैं, वो पंजाबी सिनेमा के तो सुपरस्टार थे और लगभग 300 फिल्मों में काम कर चुके थे लेकिन फिर भी पिछले कई सालों से गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर थे। गजेंद्र का कहना है कि शिर्डी स्थित साईं मंदिर या पटियाला के किसी अस्पताल से जब-कब सामने आईं तस्वीरों से उनके बारे में पता चलता रहता था। गजेंद्र ने इस इंटरव्यू के दौरान कहा कि सतीश कौल ने अपनी जिंदगी में जबरदस्त पैसा और ग्लैमर देखा लेकिन उम्र के दूसरे पड़ाव और अंतिम समय में उनका किसी ने साथ नहीं दिया, वो बेहद स्वाभिमानी थे इसीलिए उन्होंने किसी से मदद नहीं मांगी। गजेंद्र ने कहा सतीश जी का निधन हम सब के लिए एक सबक है कि हर व्यवसाय से जड़े लोगों को अपना अच्छा समय भविष्य के लिए बचा कर रखना चाहिए। उनका कहना है कि बुरे वक्त के लिए पैसों की बचत जरूर करनी चाहिए क्योंकि आर्थिक और पारिवारिक अभाव इंसान को खोखला कर देता है।