ओमिक्रॉन के असर से बिगड़ा फ़िल्मों का रिलीज कैलेंडर
1 min readकोरोना की तीसरी लहर के चलते भले ही अभी जनवरी में रिलीज होने वाली फिल्में पोस्टपोन हुई हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि इसके चलते पूरे साल का रिलीज कैलेंडर बिगड़ेगा। वहीं उनका कहना है कि अब निर्माताओं को कोरोना के मुताबिक भी चलने की जरूरत है। पिछले दिनों अचानक देशभर में ओमिक्रॉन और कोविड के मामले बढ़ने के चलते कई राज्यों में सिनेमाघर बंद हो गए हैं, तो कईं राज्यों में सिनेमाघरों पर 50 फीसदी दर्शकों की पाबंदी लगा दी गई है। ऐसे में, फिल्मवालों ने भी अपनी जनवरी में रिलीज होने वाली फिल्मों की रिलीज डेट को भी आगे बढ़ा दिया है। हालांकि अभी उनकी फिल्मों की अगली रिलीज डेट घोषित नहीं की गई है। मसलन शाहिद कपूर की फिल्म ‘जर्सी’ (Jersey) के निर्माताओं ने दिल्ली में सिनेमा बंद होते ही फिल्म को पोस्टपोन कर दिया था, लेकिन एस राजामौली की ‘आरआरआर’ (RRR) वाले जरूर अपनी फिल्म को रिलीज करने को तैयार थे लेकिन फिर देशभर में कोरोना केसेज बढ़ने के चलते ‘आरआरआर’, प्रभास और पूजा हेगडे की ‘राधे श्याम’ (Radhe Shyam) और अक्षय कुमार की ‘पृथ्वीराज’ (Prithviraj) की रिलीज भी आगे बढ़ गई है। बहरहाल, अब फिल्म इंडस्ट्रीवालों की नजरें इस पर टिकी हैं कि कोविड के केसेज कब से कम होने शुरू होते हैं।
बदलेगा पूरा कैलेंडर
अप्रैल 2022 तक रिलीज के लिए शेड्यूल 14 फिल्मों को अपनी रिलीज डेट आगे बढ़ानी पड़ सकती हैं। इसकी शुरुआत जनवरी में शेड्यूल हुईं आरआरआर, राधे-श्याम और पृथ्वीराज की रिलीज टलने से हो चुकी है। अकेले इन 3 फिल्मों पर इंडस्ट्री के करीब 1100 करोड़ रुपए दांव पर लगे हैं। वहीं, अप्रैल 2022 तक की फिल्मों पर नजर डालें तो 14 बड़ी फिल्मों पर इंडस्ट्री के 2125 करोड़ रुपए लगे हैं। मेकर्स जल्दबाजी में रिलीज करके अपनी कमाई के अनुमानों को बिगाड़ने के मूड में नहीं लग रहे हैं। जनवरी में शेड्यूल की गईं सारी फिल्मों की रिलीज लगभग टल चुकी है। अगर हालात ऐसे ही रहे तो फरवरी और मार्च 2022 में रिलीज होने वाली फिल्मों की रिलीज भी टाली जाएंगी। तगड़ी कमाई की उम्मीद रखने वाली बड़ी फिल्में अब रिलीज के लिए लंबा इंतजार करेंगी। शूटिंग-पोस्ट प्रोडक्शन रूक रहे हैं, इसका असर साल के अंत में आने वाली फिल्मों की रिलीज पर भी हो सकता है।
फ़िल्म निर्माता और बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर के अनुसार, ‘जनवरी में रिलीज होने वाली करीब करीब सभी फिल्में पोस्टपोन हो चुकी हैं। अगर चीजें कुछ दिनों में नहीं सुधरी, तो अगले महीने की फिल्मों पर भी इसका असर पड़ेगा। वैसे देखा जाए, तो इस सब का असर पूरे रिलीज कैलेंडर पर ही पड़ेगा, क्योंकि अभी पोस्टपोन होने वाली बड़ी फिल्मों को आगे बड़ी रिलीज डेट्स चाहिए होंगी। वहीं तमाम फिल्मों का शूटिंग शेड्यूल भी कोरोना के चलते प्रभावित हुआ है। ऐसे में, उन्हें भी अपनी पहले से घोषित रिलीज डेट्स को बदलना पड़ सकता है। हालांकि एक बात तो तय है कि अब फिल्मवालों को पता चल गया है कि दर्शक सिनेमा में वापसी को तैयार हैं। इसलिए अब वे चीजें सामान्य होते ही तुरंत अपनी फिल्में सिनेमा में लाने की प्लानिंग करेंगे। कई राज्यों में प्रतिबंध होने के बावजूद ‘स्पाइडरमैन’, ‘पुष्पा’ और ‘सूर्यवंशी’ की बंपर कमाई ने दिखा दिया है कि दर्शक सिनेमा को अब भी बेहद पसंद करते हैं।
इन फ़िल्मों की रिलीज बदलना तय
पर्सेप्ट पिक्चर कंपनी के फीचर फिल्म बिजनेस हेड और फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन एक्सपर्ट युसूफ शेख ने बताया कि आरआरआर, पृथ्वीराज, लालसिंह चड्ढा जैसी फिल्मों में 200 से 400 करोड़ का निवेश है। अब इतनी तगड़ी कमाई के लिए सारे देश में थिएटर में नॉर्मल ऑक्यूपेंसी चाहिए। जब तक ऐसे हालात नहीं होते इन फिल्मों की रिलीज के बारे में कोई सोच-विचार नहीं होगा। ट्रेड मैगजीन ‘कंपलीट सिनेमा’ के एडिटर और ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन का कहना है कि बीते दो साल का बॉलीवुड का अनुभव रहा है कि सिनेमा सबसे पहले बंद होते हैं लेकिन फिर सबसे लास्ट में खुलते हैं। महाराष्ट्र में तो कोविड के बाद 100% ऑक्यूपेंसी कभी आई ही नहीं। ऐसे में बड़े बजट लेकर बैठे कोई प्रोड्यूसर जल्दबाजी नहीं करेंगे।
अभी तो बिग बजट फिल्मों की रिलीज की संभावना अप्रैल 2022 तक तो मुश्किल लग रही है। बड़ी फिल्में रिशेड्यूल होने का प्रभाव दूसरी छोटी फिल्मों पर होगा। कुछ मिड बजट फिल्में आगे-पीछे होंगी। कुछ OTT पर चली जाएंगी। फिर से शूटिंग और पोस्ट प्रोडक्शन रुकने लगे हैं, इसका मतलब साल के अंत में आने वाली फिल्मों की रिलीज डेट्स भी री-शफल हो सकते हैं।
एक-दो महीनों में होगा सुधार
फ़िल्म इंडस्ट्री को उम्मीद है कि इस बार कोरोना की तीसरी लहर सिनेमा इंडस्ट्री को बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी और चीजों में जल्द से जल्द सुधार होगा। इस बारे में बात करने पर वेव सिनेमाज के वाइस प्रेसिडेंट योगेश रायजादा कहते हैं, ‘कोरोना के बढ़ते केसेज के चलते फिलहाल इस महीने रिलीज होने वाली फिल्मों की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है। लेकिन अगर चीजें इस महीने भी नहीं सुधरीं, तो अगले महीने रिलीज होने वाली फिल्मों की रिलीज डेट भी आगे बढ़ सकती है। लेकिन अब निर्माताओं को यह समझना होगा कि अब कोरोना के नाम पर लंबे समय तक फिल्मों की रिलीज रोके रखने का कोई मतलब नहीं है। कोरोना तो अब आता जाता रहेगा। इसलिए जैसे ही चीजें ठीक हों, तो उन्हें फिल्में रिलीज करने में ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए। इस बार भी दिवाली से लेकर क्रिसमस तक महज दो महीनों में बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों ने अच्छी कमाई की है। हालांकि इस सब में सरकार का रोल भी काफी महत्वपूर्ण है कि केसेज कम होने के बाद उनकी तरफ से सिनेमा पर से प्रतिबंध कब तक हटाए जाते हैं। वैसे भी अब अलग-अलग राज्य सरकारों के प्रतिबंध होने के चलते पूरे देश में चीजें सामान्य होने में समय लगता है।’