पद्मश्री से सम्मानित मशहूर अभिनेत्री ‘शशिकला’ का निधन
1 min readहिंदी सिनेमा में अपने अभिनय और अलग-अलग किरदारों से फिल्मी पर्दे पर अमिट छाप छोड़ने वाली दिग्गज अभिनेत्री शशिकला (Shashikala) ने रविवार (4 अप्रैल, 2021) को दुनिया को अलविदा कह दिया। शशिकला 50 के दशक से लेकर 2005 तक हिंदी सिनेमा में सक्रिय थीं। उन्होंने बॉलीवुड की कई शानदार फिल्मों में काम किया और दर्शकों के दिलों को जीता था। फिल्मों के साथ शशिकला की निजी जिंदगी भी चर्चा में रही थी।
RIP Shashikala-ji. 🙏🏽 Condolences to the family. pic.twitter.com/YCkHSPrHtq
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) April 4, 2021
11 साल की उम्र में शुरू कर दी थी एक्टिंग
शशिकला का जन्म 2 अगस्त 1932 को महाराष्ट्र को सोलापुर में हुआ था। उनका परिवार शुरुआत में काफी अमीर था। उनका बचपन काफी अच्छा गुजरा था। शशिकला बचपन से ही डांस, गाने और अभिनय की शौकीन थीं। शशिकला का पूरा नाम शशिकला जावलकर था, उन्होंने ओमप्रकाश सहगल से शादी की थी। महज 11 साल की छोटी उम्र में उनका परिवार मुंबई आ गया। जहां उनके पिता ने बेटी के लिए एक स्टूडियो से दूसरे स्टूडियो जाकर काम ढूंढना शुरू किया। इसी दौरान शशिकला की मुलाकात अभिनेत्री और गायिका नूरजहां (Noorjahan) से हुई। नूरजहां को वे अच्छी लगीं और उन्होंने अपने पति से कहकर उन्हें फिल्म में काम दिलवा दिया। शशिकला ने 1945 में फिल्म ‘जीनत’ में काम किया। इस फिल्म के लिए उन्हें 25 रुपए मिले थे। इसके बाद शशिकला बॉलीवुड की फिल्मों में छोटे-छोटे किरदारों में नजर आने लगीं। बहुत जल्द ही उन्होंने हिंदी सिनेमा के कई बड़े कलाकारों के साथ काम करना शुरू कर दिया था। शशिकला फिल्मों में अपने निगेटिव किरदार से काफी मशहूर हुई थीं।
100 से अधिक फ़िल्मों में काम किया
उन्होंने साल 1962 में आई फिल्म ‘आरती’ में निगेटिव अभिनेत्री का किरदार निभाया था। इस फिल्म में शशिकला के साथ मीना कुमारी (Meena Kumari) और अशोक कुमार (Ashok Kumar) मुख्य भूमिका में थे। फिल्म ‘आरती’ में शशिकला के किरदार ने इतनी सुर्खियां बटोरी थीं कि उन्हें इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर का पुरस्कार भी मिला था। इसके बाद उन्होंने 60 और 70 के दशक कई फिल्मों में निगेटिव किरदार निभाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। शशिकला ने अपने पूरे करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। उन्होंने ‘खूबसूरत’, ‘अनुपमा’, ‘बादशाह’, ‘आई मिलन की बेला’, ‘नील कमल’, ‘रॉकी’, ‘घर घर की कहानी’ और ‘लहू के दो रंग’ सहित कई फिल्मों में काम किया था। अपने करियर के आखिरी दिनों में शशिकला ‘बादशाह’, ‘चोरी चोरी’, ‘परदेस’, ‘कभी खुशी कभी गम’ और ‘मुझसे शादी करोगी’ सहित बॉलीवुड की कई फिल्मों में नजर आई थीं। शशिकला की आख़िरी फ़िल्म पद्मश्री लालू प्रसाद यादव (2005) रही जिसमें सुनील शेट्टी (Suniel Shetty) मुख्य भूमिका में हैं।
सम्मान एवं पुरस्कार
शानदार अभिनय के लिए शशिकला को कई पुस्कारों से नवाजा जा चुका है। साल 1962 में फिल्म ‘आरती’ के अलावा उन्हें 1963 में फिल्म ‘गुमराह’ के लिए भी फिल्मफेयर में बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का पुरस्कार मिला था। 2007 में, शशिकला को सिनेमा में उनके खास योगदान के लिए प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वहीं 2009 में उन्हें वी शांताराम अवार्ड भी दिया गया था।