दादा साहेब फाल्के (Dadasaheb Falke) भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। इसके बाद देश में वर्षों से कई फिल्म पुरस्कार समारोह आयोजित होते रहे हैं। सितारों की मौजूदगी और उनके द्वारा प्रस्तुत देर रात तक चलने वाले रंगारंग कार्यक्रम ऐसे समारोहों को लोकप्रिय भी बनाते हैं, लेकिन जो प्रतिष्ठा, गरिमा और महत्त्व राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का है वह अद्धभुत है।