महान संगीतज्ञ ‘बैजू बावरा’ पर फ़िल्म बनायेंगे संजय लीला भंसाली
1 min readबॉलीवुड में अपनी बिग बजट फ़िल्मों के लिए पहचाने जाने वाले डायरेक्टर संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) ने 27 अक्टूबर के दिन दिवाली के मौके पर यह ऐलान किया है कि वो गंगूबाई कठियावाडी (Gangubai Kathiawadi) के बाद बैजू बावरा (Baiju Bawra) लेकर आएंगे। संजय लीला भंसाली काफी लम्बे समय से यह फ़िल्म बनाने की सोच रहे थे लेकिन कुछ कारणों के चलते यह शुरू नहीं हो पा रही थी, लेकिन अब उन्होंने इसे ठंडे बस्ते से निकाल ही लिया है। फिलहाल इस रिवेंज म्यूजिकल ड्रामा फ़िल्म की कास्टिंग शुरू हो गयी है।
कौन है बैजू बावरा?
बैजू उर्फ पंडित बैजनाथ 16वीं शताब्दी के महान ध्रुपद गायक थे। वह ग्वालियर के महाराजा मानसिंह के दरबारी गायक थे। कहा जाता है कि बैजू की आवाज़ ऐसी थी कि पत्थर पिघल जाये, दीपक जल उठे और वर्षा होने लगे। उन्हें संगीत की यह इल्म उनके पिता से विरासत में मिली थी। किवदंती है कि अकबर के यहां हुई एक प्रतियोगिता में बैजू के पिता तानसेन से हार गये थे, जिसमें उन्हें मृत्युदंड मिला था। युवा होकर बैजू ने इसी प्रतियोगिता में तानसेन को हराकर अपने पिता की मौत का बदला लिया था। हालांकि तानसेन को हराने के बाद अकबर से अभयदान दिलवा कर उन्होंने उसकी जान भी बचायी थी। बावरा नाम बैजू को प्यार में मिला था। संगीत और गायन के साथ साथ बैजू कलावती के प्यार में पागल थे, जिसकी वजह से लोग उन्हें बावरा कहते थे।
कौन निभायेगा बैजू का किरदार?
अभी आधिकारिक तौर यह तय नहीं हुआ है कि संगीत सम्राट बैजू का किरदार कौनसा अभिनेता निभायेगा लेकिन संजय लीला भंसाली की बात ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan), अजय देवगन (Ajay Devgn) और रणवीर सिंह (Ranveer Singh) से चल रही है। ऋतिक रोशन इससे पहले भंसाली के साथ ‘गुज़ारिश’ (Guzaarish) बना चुके हैं जिसमें ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) ने भी मुख्य भूमिका निभाई थी। फ़िल्म गुज़ारिश असफल हुई थी लेकिन ऋतिक रोशन के अभिनय की बहुत तारीफ़ हुई थी।
1952 में बन चुकी है फ़िल्म
1952 में रिलीज हुई भारत भूषण (Bharat Bhushan) और मीना कुमारी (Meena Kumari) की फ़िल्म बैजू बावरा की कहानी भी बैजू के पिता की मौत के बदले पर ही थी। यह फ़िल्म उस साल की सफल फ़िल्मों में से एक थी। फ़िल्म के गाने भी बहुत लोकप्रिय हुए थे। फ़िल्म के निर्देशक थे विजय भट्ट और संगीत दिया था नौशाद साहब ने।