बॉलीवुड के टॉप-10 फ़िल्म निर्देशक
1 min read2000 के बाद बॉलीवुड के टॉप-10 फ़िल्म निर्देशक / Top 1o Film Directors of Bollywood After 2000s
10. राकेश रोशन / Rakesh Roshan
अकसर K अक्षर से शुरू होने वाली फ़िल्में बनाने वाले राकेश रोशन ने अपने निर्देशन की शुरूआत ‘ख़ुदगर्ज’ से 1987 में की। जो बॉक्स-ऑफिस पर औसतन साबित हुई थी। इसके अलावा उन्होंने बतौर निर्देशक किशन कन्हैया, करण-अर्जुन जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्में बनाई। साल 2000 में रोशन ने अपने बेटे ऋतिक को लेकर फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ निर्देशित की। जो उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। उसके बाद साल 2003 में उन्होंने फिर अपने बेटे को लेकर साइंस एंड फिक्शन की फिल्म ‘कोई मिल गया’ निर्देशित की। फिल्म की पृष्ठभूमि एलियन पर आधारित थी। यह फिल्म बेहद सुपरहिट साबित हुई थी। इस फिल्म के बाद उन्होंने सुपरहीरो फिल्म कृष, कृष 3 निर्देशित की। दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स-ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की।
प्रमुख फ़िल्में- खुदगर्ज, किशन कन्हैया, करण अर्जुन, कोयला, कहो… ना प्यार है, कोई… मिल गया, क्रिश, क्रिश 3 आदि
9. इम्तियाज़ अली / Imtiaz Ali
इम्तियाज अली ने शुरूआती करियर में टीवी का निर्देशन और लेखन भी किया करते थे। वह जीटीवी शो कुरुक्षेत्र और स्टार प्लस के शो इम्तिहान के निर्देशक रह चुके हैं। साल 2005 में उन्होंने अपने निर्देशन डेब्यू ‘सोचा ना था’ से किया। हालांकि फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी। लेकिन फ़िल्म अच्छी थी। इसके बाद 2007 ‘जब वी मेट’ आई। जो दर्शकों के दिल में उतर गयी। इस फिल्म ने उन्हें बॉलीवुड में एक अलग पहचान दिलाई इसके अलावा कई अवार्ड्स नामांकन भी दिलाये। उनकी अब तक की सबसे सफल फिल्मों में ‘लव आज कल’ है। इसके बाद रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की कल्ट क्लासिक तमाशा बनाई जो बॉक्स ऑफ़िस पर नहीं चली लेकिन वर्तमान दौर में बेहद पसंद की जाती है। इन्हें वर्तमान दौर की लवस्टोरी बनाने में महारत हासिल है।
प्रमुख फ़िल्में- जब वी मेट, लव आज कल, रॉकस्टार, सोचा न था, तमाशा।
8. राकेश ओमप्रकाश मेहरा / Rakesh Omprakash Mehra
मेगास्टार अमिताभ बच्चन को पहली हिट ‘जंजीर’ देने वाले ओमप्रकाश मेहरा के पुत्र राकेश ने अपने करियर की शुरूआत साल 1986 में एक एडवरटाइजिंग वेंचर से की। इस एडवरटाइजिंग कंपनी के तहत उन्होंने कई एड बनाये जिनमें कोक, पेप्सी, टोयटा अमेरिकन एक्सप्रेस और बीपीएल प्रमुख हैं। साल 2001 में उन्होंने अमिताभ बच्चन स्टारर ‘अक्स’ (Aks) का निर्देशन किया। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक प्रदर्शन किया। इस फिल्म में आलोचकों ने अमिताभ के अभिनय की बेहद सरहाना की। इसके बाद राकेश ने आमिर ख़ान स्टारर ‘रंग दे बसंती’ निर्देशित की। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस के साथ-साथ वर्ल्डवाइड बेहद अच्छी कमाई की। साथ ही इस फिल्म को फ़िल्मफ़ेयर और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा इस फिल्म को बेस्ट फॉरिन लैंग्वेज अवार्ड से भी नवाजा गया और इस फिल्म की स्क्रीनिंग भी ऑस्कर में हुई थी। साल 2006 में उन्होंने ‘दिल्ली 6’ निर्देशित की यह उनकी अब तक की ऐसी फिल्म थी जिसने बॉक्स-ऑफिस पर खास सफलता नहीं मिली। साल 2013 में राकेश मेहरा ने ‘भाग मिल्खा भाग’ निर्देशित की। यह एक महान धावक मिलखा सिंह की बायोपिक थी। इस फिल्म में फ़रहान अख्तर और सोनम कपूर मुख्य भूमिका में नजर आये थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की, साथ ही कई अवार्ड्स भी अपने नाम किये थे।
प्रमुख फ़िल्में- रंग दे बसंती, भाग मिल्खा भाग, दिल्ली 6, अक्स, मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर आदि
7. रोहित शेट्टी / Rohit Shetty
रोहित शेट्टी ने एक स्वतंत्र निर्देशक के रूप में अपना कैरियर 2003 में अजय देवगन और अभिषेक बच्चन अभिनीत फिल्म ज़मीन से शुरू किया। जमीन का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन औसत रहा। 2006 में आयी जबर्दस्त कॉमेडी ‘गोलमालः फन अनलिमिटेड’ ने रोहित को बॉलीवुड के सफल निर्देशकों में शामिल किया। 2008 में रोहित ने अपनी तीसरी फिल्म ‘सण्डे’ का निर्देशन किया। यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर औसत रही। अगली फ़िल्म गोलमाल रिटर्न्स भी हिट रही। 2009 में ‘ऑल द बेस्टः फन बिगिन्स’ उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बनी। गोलमाल सीरीज की तीसरी फिल्म गोलमाल-3 ब्लॉकबस्टर साबित हुई। हमेशा अजय देवगन के साथ काम करने वाले रोहित ने शाहरुख ख़ान के साथ चेन्नई एक्सप्रेस के रूप में एक ब्लॉकबस्टर दी। वे अपनी फिल्मों में फिल्माए जाने वाले एक्शन सीन्स की वजह से भी जाने जाते हैं। उनकी फिल्मों में कारों के आसानी से उछाल देने वाले दृश्य आमतौर पर फिल्माए जाते हैं। उनकी फिल्में बच्चों को बेहद पसंद आती हैं।
प्रमुख फ़िल्में- ज़मीन, गोलमाल, सिंघम, चेन्नई एक्सप्रेस, सिम्बा, बोल बच्चन, ऑल द बेस्ट आदि
6. आनन्द एल राय / Anand L Rai
आनन्द एल राय हिंदी सिनेमा में अपनी रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। राय ने अपने निर्देशन करियर की शुरुआत जिमी शेरगिल को लेकर ‘स्ट्रेंजर ऑन अ ट्रैन’ के साथ की, जो दर्शकों को खास रिझा नहीं सकी। लेकिन उन्होंने तमिल सुपरस्टार धनुष और सोनम कपूर को लेकर मास्टरपीस फिल्म ‘रांझणा’ निर्देशित की। इस फिल्म की पृष्ठभूमि यूपी के बनारस पर आधारित थी। फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर तगड़ा बिजनेस किया था। दर्शकों ने तमिल सुपरस्टार धनुष को तहे दिल से स्वीकार किया और आलोचकों ने उनके अभिनय की भी बेहद तारीफ की। इसके बाद उन्होंने कंगना रानौत और आर. माधवन को लेकर तनु वेड्स मनु निर्देशित की। यह फिल्म दर्शकों को बेहद पसंद आई। वह सिनेमाघरों में इसका सीक्वल ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ भी लेकर आये जो बॉलीवुड इतिहास की बेहतरीन फ़िल्मों में शुमार है। बाद में इन्होंने शाहरुख ख़ान के साथ ज़ीरो भी बनाई जो दर्शकों को पसंद नहीं आई।
प्रमुख फ़िल्में- रांझणा, तनु वेड्स मनु, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, ज़ीरो, अतरंगी रे आदि
5. नितेश तिवारी / Nitesh Tiwari
2011 में सलमान ख़ान प्रोडक्शन के बैनर तले बनी चिल्लर पार्टी से इन्होंने निर्देशन की शुरूआत की। फ़िल्म को सर्वश्रेष्ठ बाल फ़िल्म का नेशनल अवार्ड मिला। इसके बाद भूतनाथ रिटर्न्स को निर्देशित किया जिसे औसत सफलता मिली। इसके बाद इन्होंने आमिर ख़ान को लेकर बॉलीवुड को सबसे अधिक कमाने वाली फ़िल्म ‘दंगल’ बनाई। जिसने कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़कर नये लैंडमार्क बनाये। याद रहे कि उनके द्वारा निर्देशित चार में से तीन फ़िल्मों नेशनल अवार्ड मिला है। 67वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में 2019 में रिलीज हुई ‘छिछोरे’ को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया।
प्रमुख फ़िल्में- दंगल, छिछोरे, भूतनाथ रिटर्न्स, चिल्लर पार्टी आदि
4. नीरज पांडे / Neeraj Pandey
नीरज पांडे को अपनी पहली ही फिल्म ‘ए वेडनेसडे’ के लिए बेस्ट डायरेक्टर के रूप में इंदिरा गांधी अवार्ड दिया गया था। इस फिल्म की स्क्रिप्ट 11 जुलाई 2006 को हुए मुंबई की ट्रेन में हुए बम धमाकों से प्रेरित थी। फिल्म पर उनके द्वारा किए गए काम को जनता के साथ साथ आलोचकों ने भी खूब सराहा। उनकी दूसरी फिल्म ‘स्पेशल 26’ को भी पहली फिल्म की तरह दर्शकों के साथ साथ आलोचकों का भी प्यार मिला। उनकी तीसरी फिल्म थी ‘बेबी जो कि 23 जनवरी को रिलीज हुई। इसमें अक्षय कुमार मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म भी आलोचकों के साथ दर्शकों को बेहद पसंद आयी और इसने बाॅक्स ऑफ़िस पर भी अच्छा कारोबार किया। इसके बाद इन्होंने महेन्द्र सिंह धोनी की बायोपिक ‘एम एस धोनी’ का निर्देशन किया जो बड़ी हिट साबित हुई। नीरज पांडे को स्पाई थ्रिलर बनाने में महारत हासिल है।
प्रमुख फ़िल्में– ए वेडनेसडे, स्पेशल 26, बेबी, एम.एस. धोनी आदि
3. संजय लीला भंसाली / Sanjay Leela Bhansali
संजय लीला भंसाली ने अभी तक जो भी फिल्में बनाई हैं उन सब फिल्मों को दर्शकों द्वारा खूब पसंद भी किया गया है। वहीं भंसाली अपनी फिल्मों के गानों से लेकर फिल्मों के सेट तक पर खासा ध्यान देते हैं। जिसकी वजह से उनके द्वारा बनाई गई फिल्मों में निर्देशन का एक बेहतरीन स्तर हमेशा देखने को मिलता है। बॉलीवुड का हर अभिनेता भंसाली के साथ काम करने की इच्छा भी रखता है लेकिन भंसाली केवल बेहतरीन कलाकारों को ही अपने साथ काम करने का मौका देते हैं। हिंदी फिल्म जगत को भंसाली ने कई बेहतरीन फिल्में दी हैं और उनके इस योगदान के लिए उनको भारत सरकार द्वारा सम्मानित भी किया गया है। साल 2015 में उन्हें भारत सरकार द्वारा सम्मानित करते हुए पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा गया था। वहीं इस महान निर्देशक ने अभी तक चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार को भी अपने नाम किया हुआ है। भंसाली को ये पुरस्कार उनके द्वारा बनाई गई फिल्म ‘देवदास’, ‘ब्लैक’, ‘मैरी कॉम’ और ‘बाजीराव मस्तानी’ के लिए दिए गए थे। वहीं इस महान निर्देशक ने दस फिल्मफेयर पुरस्कार भी अपने नाम किए हुए हैं।
प्रमुख फ़िल्में– खामोशी, हम दिल दे चुके सनम, ब्लैक, देवदास, पद्मावत, बाजीराव मस्तानी, रामलीला आदि
2. प्रियदर्शन / Priyadarshan
लगभग 3 दशक से फ़िल्में बनाने वाले प्रियदर्शन अब तक तमिल, तेलुगु, मलयालम में कुल मिलाकर 100 फ़िल्में निर्देशित कर चुके हैं। इन्होंने अब तक लगभग 27 हिन्दी फ़िल्मों का निर्देशन किया। हिन्दी में बेहतरीन, क्लासिक कॉमेडी फ़िल्मों के लिए प्रसिद्ध प्रियदर्शन को गंभीर विषयों में भी महारत हासिल है। बॉलीवुड में ऐसा माना जाता है कि प्रियदर्शन ने अक्षय कुमार को क्लासिक ‘हेरा फेरी’ से नया कैरियर प्रदान किया। इनकी फ़िल्में टीवी पर बहुत ज़्यादा देखी जाती हैं। डेविड धवन के बाद सबसे अधिक हिन्दी फ़िल्मों का निर्देशन करने वाले प्रियदर्शन भारत सरकार द्वारा से पद्मश्री से सम्मानित हैं और 2 नेशनल अवार्ड के अलावा ढेरों पुरस्कार एवं सम्मान के मालिक हैं। ये बॉलीवुड के उन निर्देशकों में शामिल हैं जिनके फ़िल्में इनके नाम से देखी जाती हैं।
प्रमुख फ़िल्में– हेरा फेरी, हंगामा, हलचल, विरासत, मालामाल वीकली, चुप चुप के, भूल भूलैया, गरम मसाला, ढोल आदि
1. राजकुमार हिरानी / Rajkumar Hirani
ये बॉलीवुड के एकमात्र निर्देशक हैं जिनकी सभी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया है। इनकी फिल्मों की खास बात यह होती है कि उनकी फिल्में मनाेरंजक होने के साथ साथ संदेशपरक भी होती हैं और सभी के दिल को आसानी से छू जाती हैं। उन्होंने एडवाटाइजिंग इंडस्ट्री में अच्छा काम किया लेकिन उन्हें तो फिल्में बनानी थीं, इस वजह से उन्होंने विज्ञापनों से ब्रेक लिया और विधु विनोद चोपड़ा के साथ काम करना शुरू किया। उन्होंने फिल्म ‘1942: ए लव स्टोरी’ के प्रोमोज और ट्रेलर्स पर काम किया। उन्हें पहला बड़ा मौका तब मिला जब उन्होंने फिल्म ‘मिशन कश्मीर’ के लिए फिल्म एडिटर के तौर पर काम किया। निर्देशक के तौर पर उनकी पहली फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ थी जिसे भारी सफलता मिली। भारत के साथ साथ विदेशों में भी यह फिल्म हिट रही। इसके बाद उन्होंने इसी फिल्म का सीक्वेल ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ बनाया जिसने एक बार फिर सभी का दिल जीता और इस फिल्म का भारत में काफी ज्यादा प्रभाव रहा और इसने गांधीवाद को और पापुलर बना दिया। फिल्म को आलोचकों के साथ साथ जनता ने भी काफी पसंद किया। इसके बाद आई फिल्म ‘3 इडियट्स’। इस फिल्म ने हिन्दी सिनेमा के पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए और फिल्म ने भारत के साथ साथ विदेशी मार्केट में भी अच्छी कमाई की। इसके बाद फिल्म ‘पीके’ में भी अपनी क्षमता से बड़े वर्ग को हिरानी ने प्रभावित किया और फिल्म ने काफी अच्छा कारोबार किया और सारे रिकार्ड एक बार फिर तोड़ दिए।
प्रमुख फ़िल्में– मुन्नाभाई एममबीएस, लगे रहो मुन्नाभाई, 3 इडियट्स, पीके, संजू, डंकी।
11-15:- आदित्य चोपड़ा (दिलवाले दुल्हनियाँ ले जायेंगे, रब ने बना दी जोड़ी, मोहब्बतें), सुभाष कपूर (फस गये रे ओबामा, जॉली एलएलबी, जॉली एलएलबी 2), मेघना गुलज़ार (तलवार, राज़ी, छपाक), करण जौहर (माय नेम इज़ ख़ान, कभी खुशी कभी ग़म, स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर, ऐ दिल है मुश्किल), अमर कौशिक (स्त्री, बाला, भेड़िया, स्त्री 2)।
विशेष उल्लेख
अनुराग बासु, श्रीराम राघवन, प्रकाश झा, आर बाल्की, अनुराग कश्यप, दिबाकर बनर्जी, नवदीप सिंह, विक्रमादित्य मोटवानी, हंसल मेहता, कबीर ख़ान, सुजॉय घोष, जोया अख्तर, विशाल भारद्वाज, अनुभव सिन्हा, डेविड धवन {अपडेट दिनांक:- 31 अगस्त 2024}
विशेष नोट:- यहाँ पर आधुनिक बॉलीवुड के निर्देशकों को ही लिया गया है अर्थात वे निर्देशक जिनकी फ़िल्में वर्ष 2000 के बाद रिलीज हुई हैं। यह सूची/रेटिंग निर्देशक की फ़िल्मों को मिली सफलता और निर्देशक की लोकप्रियता के आधार पर बनायी गयी है। सूची में शामिल सभी निर्देशक बिना किसी सुपरस्टार अभिनेता-अभिनेत्री के दर्शकों को सिनेमाघर में खींचने की क्षमता रखते हैं। साथ ही यहाँ सिर्फ उन्हीं निर्देशकों को शामिल किया गया है जिनकी दो से अधिक फ़िल्में रिलीज हो चुकी हैं।