विक्की कौशल की ‘सरदार उधम सिंह’ ओटीटी पर होगी रिलीज
1 min readविकी कौशल (Vicky Kaushal) बॉलीवुड के अब सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक हैं। आने वाले दिनों में वह कई रोचक प्रॉजेक्ट्स में नजर आने वाले हैं। इस बीच उनकी आने वाली फिल्म ‘सरदार उधम सिंह’ (Sardar Udham Singh) को लेकर नया अपडेट सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ‘सरदार उधम सिंह’ को ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज करने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि फिल्म इसी साल ऐमजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली है। उम्मीद है कि फिल्म 16 अक्टूबर को रिलीज होगी। बता दें कि, इस फिल्म की शूटिंग दिसंबर 2019 में ही पूरी हो गई थी। टीम ने पोस्ट प्रॉडक्शन में काफी वक्त लिया क्योंकि इसे बड़े पैमाने पर बनाया गया है। इस हफ्ते की शुरुआत में विकी ने भी सोशल मीडिया पर फैंस के साथ अपडेट शेयर किया था कि उन्होंने फिल्म के लिए डबिंग पूरी कर ली है। इसमें विकी कौशल के साथ ऑक्टोबर फेम अभिनेत्री बनिता संधू (Banita Sandhu) भी सहायक भूमिका में हैं।
क्रान्तिकारी सरदार उधम सिंह की बायोपिक
निर्देशक शूजित सरकार की यह फिल्म महान क्रान्तिकारी सरदार उधम सिंह की बायोपिक है। सरदार उधम सिंह ने साल 1940 में जलियांवाला बाग़ हत्याकांड (1919) के बदले में ब्रिटिश भारत में पंजाब के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ’डायर की हत्या थी। फिल्म पहले 2 अक्टूबर 2020 को रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद खबरें आईं कि फिल्म को जनवरी 2021 में रिलीज किया जाएगा लेकिन सिनेमाघरों के बंद होने से तब भी ऐसा नहीं हो सका।
जनरल डायर और माइकल ओ’ ड्वायर को मारने की थी प्रतिज्ञा
उधम सिंह के सामने ही 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग़ नरसंहार हुआ था। उन्होंने अपनी आंखों से डायर की करतूत देखी थी। वे गवाह थे, उन हजारों भारतीयों की हत्या के, जो जनरल डायर के आदेश पर गोलियों के शिकार हुए थे। यहीं पर उधम सिंह ने जलियांवाला बाग़ की मिट्टी हाथ में लेकर जनरल डायर और तत्कालीन पंजाब के गर्वनर माइकल ओ’ ड्वायर को सबक सिखाने की प्रतिज्ञा ली। इसके बाद वो क्रांतिकारियों के साथ शामिल हो गए। सरदार उधम सिंह क्रांतिकारियों से चंदा इकट्ठा कर देश के बाहर चले गए। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा कर क्रांति के लिए खूब सारे पैसे इकट्ठा किए। इस बीच देश के बड़े क्रांतिकारी एक-एक कर अंग्रेजों से लड़ते हुए जान देते रहे। ऐसे में उनके लिए आंदोलन चलाना मुश्किल हो रहा था पर वो अपनी प्रतिज्ञा को पूरी करने के लिए मेहनत करते रहे। उधम सिंह के लंदन पहुंचने से पहले जनरल डायर बीमारी के चलते मर गया था ऐसे में उन्होंने अपना पूरा ध्यान माइकल ओ’ ड्वायर को मारने पर लगाया और उसे पूरा किया।
भगत सिंह को मानते थे अपना गुरु
उधम सिंह को भगत सिंह बहुत पसंद थे। उनके काम से उधम बहुत प्रभावित थे। भगत सिंह को उधम सिंह अपना गुरु मानते थे। साल 1935 में जब वो कश्मीर गए थे, तो वहां उधम सिंह को भगत सिंह के पोट्रेट के साथ देखा गया। इन्हें देशभक्ति गाने गाना बहुत अच्छा लगता था। राम प्रसाद बिस्मिल के भी फैन थे।